किसी भी विषय या जो व्यक्ति सबसे पहले हमें अनुसंधान तथा व्यवस्थित रूप से किसी भी चीज की जानकारी देता है, तो उसे हम जनक कहते हैं।
इसी तरह आज हम इस लेख में आपको भूगोल के जनक के बारे में बताएँगे। हम इस लेख में आपको भूगोल से संबंधित जानकारी भी देंगे, इसके साथ ही भूगोल के विभिन्न जनक तथा विषय के बारे में आपका ध्यान केंद्रित करेंगे।
जैसा कि हम सब जानते हैं, भूगोल हमारे पृथ्वी तथा ब्रह्मांड के बारे में जानकारी प्रदान करता है। भूगोल एक ऐसा विषय है, जो पृथ्वी के द्वारा रचित महासागर तथा महाद्वीप के बारे में वर्णन मिलता है।
भूगोल में उन सारे बिंदुओं पर महत्व दिया जाता है, जो पृथ्वी की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान समय तक, जीवन काल में जिन जिन बदलावों को पृथ्वी तथा ब्रम्हांड ने परिवर्तित किया है। उसके बारे में विस्तृत जानकारी मिलती है। भूगोल को समझने के लिए हमें इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक पढ़ना होगा।
भूगोल के जनक कौन है ? Bhugol Ka Janak Kise Kaha Jata Hai
भूगोल का जनक हिकेटियस को कहते हैं, जिसे हम Father of Geography भी कहते हैं। हिकेटियस ने ही भूगोल को सबसे पहले लोगों के सामने प्रस्तुत किया था।
इन्होंने अपने लेखों के माध्यम से स्थल भाग को सागरों से घिरा हुआ बताया था तथा उन्होंने दो महा-देशों के बारे में भी अपना ज्ञान दिया था, इन्हीं सारी क्रमबद्ध वर्णन के कारण ही हिकेटियस को भूगोल का जनक कहा जाता है।
भूगोल किसे कहते हैं ?
भूगोल दो शब्दों से मिलकर बना है ‘ भू ‘ का मतलब पृथ्वी तथा ‘ गोल ‘ का मतलब अध्ययन करना। यदि हम इसका शाब्दिक अर्थ देखे तो पृथ्वी का अध्ययन करना है।
भूगोल वह विषय है, जिसमें हम पृथ्वी तथा सौर मंडल का अध्ययन करते हैं। इस में उपस्थित पिंड तथा ग्रहों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
भारतीय भूगोल के जनक किसे कहा जाता है ?
Bhartiye Bhugol Ka Janak Kaun Hai :- वैसे तो किसी भी वस्तुओं के बारे में क्रमबद्ध अध्ययन मूलनिवासी ही करते हैं, परंतु भारतीय भूगोल के जनक के बारे में थोड़ा उल्टा पड़ जाता है, क्योंकि भारतीय भूगोल के जनक भारतीय नहीं है, वह विदेशी थे।
भारतीय भूगोल के जनक जेम्स रेनेल है। जेम्स रेनेल ने ही सबसे पहले भारत के भौगोलिक स्थिति के बारे में पता लगाया तथा उन्होंने ही भारत को एक राजनीतिक तथा प्राकृतिक भूगोल में बाँटा है।
उन्होंने अपने समुद्र विज्ञान के माध्यम से भारत की स्थिति तथा संरचना का पता किया, जिस वजह से उन्हें समुद्र विज्ञान का पिता भी कहा जाता है।
हिकेटियस कौन थे ?
यह एक यूनान के दार्शनिक तथा भूगोल के सिद्धांतों की रचनात्मक अध्ययन करने वाले प्रमुख व्यक्ति थे। इनका जन्म 550 ईसा पूर्व में हुआ था।
इनके बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं है परंतु यह कहा जाता है, कि 900 साल पूर्व में हिकेटियस ने बताया था कि पृथ्वी जोड़े थाल के समान है। यह एक नदी से घिरी हुई है।
हिकेटियस ने ही सागरों से घिरा हुआ भू भाग बताया, जो दो महा देशों में बटा हुआ है। इसका ज्ञान इन्हीं के लेखों के माध्यम से प्राप्त होता है।
आधुनिक भूगोल के जनक कौन है ?
जैसे जैसे लोग आगे बढ़ते गए, वैसे वैसे भूगोल के क्षेत्र में भी तथा उससे संबंधित अध्ययन में भी क्रांति आई है। कुछ विद्वानों ने अपने अनुसार भूगोल की परिभाषा दी है, तो कुछ ने भूगोल से संबंधित रचनाओं के बारे में लिख दिया, जो हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ बन गया है।
आधुनिक भूगोल के जनक का नाम हम्बोल्ड्ट और कार्ल रिटर है। इन दोनों ने मिलकर आधुनिक भूगोल को लोगों के सामने प्रस्तुत किया।
व्यवस्थित भूगोल का जनक कौन है ?
हिकेटियस में भूगोल को क्रमबद्ध वर्णन तो किया परंतु उसे व्यवस्थित रूप से नहीं लिखा। इसका अध्ययन तथा संशोधन करके इरेटोस्थनीज से ने यह कार्य किया, इसीलिए व्यवस्थित भूगोल का जनक इरेटोस्थनीज इसको कहा जाता है।
भौतिक भूगोल का जनक कौन है ?
भौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियन को कहा जाता है।
सांस्कृतिक भूगोल का जनक कौन है ?
सांस्कृतिक भूगोल का जनक कार्लो साबर है।
मानव भूगोल का जनक कौन है ? | Bhugol Ka Janak Kaun Hai
मानव भूगोल को व्यवस्थित रूप में लोगों के सामने प्रस्तुत करने वाला इरेटोस्थनीज है। इन्हें मानव भूगोल का पिता भी कहा जाता है।
जस पीरियड्स ( Ges-Periods ) किताब किसने लिखी है ?
यह किताब हिकेटियस ने लिखी है। यह किताब एक भूगोल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण किताब है, क्योंकि यह भूगोल के जनक हिकेटियस द्वारा लिखी गई है। इसमें पृथ्वी का वर्णन मिलता है।
जस पीरियड्स ( Ges-Periods ) का हिंदी अर्थ पृथ्वी का वर्णन है। सर्वप्रथम इसी में भौगोलिक तत्वों का क्रमबद्ध समावेश किया गया है। इसमें संवाद, निश्चयवाद आदि जैसे विषयों पर ध्यान दिया गया है। जो भूगोल के ज्ञान को बढ़ाने में मदद करता है।
भूगोल शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया था ?
सर्वप्रथम भूगोल शब्द का प्रयोग इरेटोस्थनीज ने किया था। यह एक ग्रीक वैज्ञानिक तथा विद्वान थे।
Geography का अर्थ क्या है ?
जियोग्राफी एक ग्रीक भाषा का शब्द है। इसे दो भागों में बांटा जा सकता है, Geo जिसका अर्थ पृथ्वी होता है, Graphy इसका मतलब वर्णन होता है अर्थात् पृथ्वी का वर्णन इस शब्द का पूरा अर्थ होता है।
भूगोल का अध्ययन के भाग
मुख्य रूप से भूगोल का अध्ययन तीन भागों में जाता है:-
- पूर्व आधुनिक काल
- आधुनिक काल
- नवीन काल
1. पूर्व आधुनिक काल:- पूर्व आधुनिक काल 15 वी शताब्दी से शुरू होकर 18 वीं शताब्दी तक चलता है। इसमें कोलंबस, वास्कोडिगामा आदि जैसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
इन्होंने अपने मानचित्र कला के माध्यम से भूगोल तैयार किया। भूगोल के माध्यम से उन्होंने विभिन्न देशों की खोज की। यह एक वैज्ञानिक भूगोल की शुरुआत मानी जाती है। इसके अंतर्गत भौतिक तथा सांस्कृतिक प्रकृति के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है।
2. आधुनिक काल:- इसका संबंध 19 वीं शताब्दी से है, इस आधुनिक काल के प्रमुख व्यक्ति रीडर तथा हंबोल्ट है। इन्होंने आधुनिक भूगोल की संरचना तथा निर्माण के बारे में लोगों को अवगत कराया है।
3. नवीन काल:- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भूगोल की दुनिया में एक तीव्र बदलाव हुआ। लोगों ने भूगोल के माध्यम से युद्ध में जीत और हार तय करने लगे थे। उस समय हिटलर जैसे व्यक्ति ने भी भूगोल के ही माध्यम से युद्ध में शामिल होने का निर्णय लिया था।
भूगोल की प्रमुख शाखाएं
भूगोल की निम्नलिखित शाखाएं हैं, जो इस प्रकार हैं:-
1. आर्थिक भूगोल:- इसके अंतर्गत जो पूंजीवादी को बढ़ावा तथा कृषि, उद्योग तथा खनिज आदि जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों को विकसित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, उसे आर्थिक भूगोल कहते हैं। इसकी प्रमुख शाखाएं हैं, कृषि, खनिज, उद्योग।
2. राजनीतिक भूगोल:- इसमें लोग किसी व्यक्ति या विशेष व्यक्तित्व वाले लोगो के बारे में जानकारी रखते थे। यदि युद्ध की समस्या आ जाती है, तो इन राजनीतिक भूगोल के माध्यम से ही उनकी दशा तथा दिशा तय की जा सकती है। इसके अंतर्गत प्रमुख शाखाएं राजनीति शास्त्र, अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, शीत युद्ध का भूगोल एवं सैनिक भूगोल है।
3. ऐतिहासिक भूगोल:- इस भूगोल के अंतर्गत पुराने जमाने के विश्लेषण करता तथा स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
इसके प्रमुख शाखाएं मध्यकालीन, प्राचीन, आधुनिक, वैदिक, पौराणिक तथा अरबी भूगोल इसके प्रमुख अंग है।
4. भौतिक भूगोल:- इसके अंतर्गत स्थलाकृति, स्थल रचना, समुद्र विज्ञान, जीव विज्ञान, मृतिका विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, जीव विज्ञान आदि जैसे महत्वपूर्ण शाखाएं शामिल होती है।
5. मानव भूगोल:- मानव भूगोल अंतर्गत आप मानव समाज के क्रियाकलापों तथा उनके परिणामों के बारे में अध्ययन करते हैं।
इसके अंतर्गत आप मानव द्वारा निर्मित आर्थिक, राजनीतिक, जनसंख्या, सांस्कृतिक, परिवहन तथा पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण शाखाओं का अध्ययन करते हैं।
Conclusion
आशा करता हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। इस लेखक का उद्देश्य Bhugol Ka Janak Kise Kaha Jata Hai ( भूगोल के जनक किसे कहा जाता है ? ) के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करना है, ताकि जो भी व्यक्ति जानकारी प्राप्त करना चाहता है, तो वह इस लेख को पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ा सकता है।