Radio का आविष्कार किसने और कब किया ?Radio Ka Avishkar Kisne Kiya

Radio का आविष्कार किसने और कब किया ?Radio Ka Avishkar Kisne Kiya

दोस्तों, आपने Radio पर समाचार तो ज़रूर सुना होगा, मगर क्या आप यह जानते हैं, कि Radio का आविष्कार किसने किया ?

अगर आपको यह नहीं मालूम है, तो आप हमारे इस लेख को पढ़ें, क्योंकि इस लेख में हमने इसी पर विचार विमर्श किया है, तो चलिए शुरू करते हैं।

रेडियो का आविष्कार किसने किया ? Radio Ka Avishkar Kisne Kiya

Radio का आविष्कार गुल्येल्मो मार्कोनी ने किया था। मगर जब आप गूगल पर ” Who Invented Radio ” को सर्च करेंगे, तो जवाब के तौर पर आप को गुल्येल्मो मार्कोनी, विलियम डुबिलियर, रेगिनाल्ड फेसेंडेन जैसे 3 नाम मिलेंगे।

Radio के आविष्कार और इसके निर्माण में इनके अलावा और भी कई सारे विद्वान और वैज्ञानिक लोगो का योगदान रहा है। लेकिन  Radio की खोज का सम्पूर्ण श्रेय ” गुल्येल्मो मार्कोनी ” को ही दिया जाता है।

आप सभी को मालूम होगा, की Radio टेक्नोलॉजी के खोज ने हमारे जीवन को पहले से बहुत आसान बना दिया है।

किसी भी उद्योग के साथ ही साथ देश की बे
?हतरीन रक्षा प्रणालियों में Radio टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इसके खोज को और भी आवश्यक बना देता है।}

कई सारे विद्वान और वैज्ञानिक पूरी तरह से Radio तकनीक को आगे बढ़ाने में और उसे विकसित करने में लगे हुए हैं। Guglielmo marconi ( गुल्येल्मो मार्कोनी ) को Radio टेक्नोलॉजी का सर्वप्रथम आविष्कारक माना जाता है।

क्योंकि इन्होंने वर्ष 1880 के दशक में हेनरिक रेगिनाल्ड फेसेंडेन और हेनरिक रुडोल्फ हर्ट्ज़ नामक व्यक्ति द्वारा electromagnetic waves यानी कि ‘ विद्युत चुम्बकीय तरंगों ’ का आविष्कार किया था।

फिर गुल्येल्मो मार्कोनी अकेले ही इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके लंबी दूरी के संचार के लिए एक सफल Gadget विकसित किये और Radio का आविष्कार किया।

दोस्तों, इसी वजह से उनको रेडियो का जन्म दाता माना जाता है। उस समय Electromagnetic waves के परीक्षण और रिसर्च के लिए कई सारे विशेषज्ञों द्वारा उपकरण तैयार किए जा रहे थे।

मगर उस दौड़ में गुल्येल्मो मार्कोनी ने अपना पहला सफल उपकरण Design कर के  लोगो के सामने पेश किया था।

क्या आप जानते है, कि एक Canadian आविष्कारक जिनका नाम रेजिनाल्ड ए था। उन्होंने गुल्येल्मो मार्कोनी के परीक्षण के थोड़े देर बाद, 23 दिसंबर, 1900 को विद्युत चुम्बकीय तरंगों का इस्तेमाल करके 1.6 किलोमीटर की दूरी से सफलता पूर्वक एक ऑडियो यानी कि अपनी आवाज़ को भेजा। ऐसा करने वाले वह पहले व्यक्ति बने।

फिर लगभग 6 साल बाद, वर्ष 1906 में, क्रिस्मस के एक दीन पहले शाम को गुल्येल्मो मार्कोनी ने अपना पहला सार्वजनिक Radio उत्पाद बनाया और लोगो के बीच पेश किया।

धीरे-धीरे इस का इस्तेमाल बढ़ता गया और 1910 के आस पास इस wireless electromagnetic system को ” रेडियो ” ( रेडियो ) का नाम मिला।

रेडियो क्या है ? ( What Is Radio In Hindi )

हमने ऊपर के टॉपिक मे रेडियो का आविष्कार किसने किया Or Radio Ka Avishkar Kisne Kiya के बारे में जाना। अब हम जानेंगे, कि रेडियो क्या है ?

हम आपकी जानकारी के लिए बता दे, कि Radio एक ऐसा उपकरण है, जिसमे हम किसी संदेश को एक जगह से दूसरे जगह पर भेजते है, वो भी बिना किसी तारों का उपयोग किये ।

आज अगर Radio का खोज न होता, तो आज की तकनीक हमे देखने को नहीं मिल पाती।

Radio मनुष्य के जीवन में पहला ऐसा उपकरण है, जो कि आगे चल कर देश विदेश में संचार करने का एक बहुत बड़ा साधन बना।

दोस्तों, Radio में रेडियो तरंगों यानि की Signals द्वारा दूर देश में भी Signals की ध्वनि या ध्वनि संदेश भेजी जाती है और Radio का Frequency range तकरीबन 30hz से 300Ghz के बीच में होता है।

रेडियो का आविष्कार कब हुआ ? Radio Ka Avishkar Kisne Kiya Aur Kab

US patent records के अनुसार ‘ गुल्येल्मो मार्कोनी ने Radio का खोज 1896 में किया ’ था। अगर हम रेडियो का आविष्कार कब हुआ था ? इसके बारे में विस्तार से बात करे, तो लगभग 1880 की दशक में  Electromagnetic Waves  की खोज हुई।

यह आविष्कार Heinrich Rudolf Hertz  नामक व्यक्ति द्वारा की गई थी।

इसके ऊपर एक किताब भी लिखी गयी है, जिसमे इससे जुड़ी लगभग सभी की पुरानी विफल खोजों और Hertz के द्वारा सफलता पूर्वक किये गए खोज के साथ ही साथ Electromagnetic Waves के बारे में Detail में जानकारी दी गयी है।

इस बुक को लगभग पूरी दुनिया के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने पढ़ी थी, जिनमें से एक जगदीश चंद्र बसु नामक व्यक्ति भी थे। फिर  जगदीश चंद्र बसु ने उस किताब पर इतना जोर डाला की उन्होंने Electromagnetic Waves पर आधारित एक उपकरण ही बना दिया।

एक वैज्ञानिक प्रदर्शन के दौरान उन्होंने दूर रखी एक घण्टी को Electromagnetic Waves के माध्यम से बजा कर के लोगो को दिखाया था और अपना परीक्षण सफल किया था।

दोस्तों, उस समय का यह एक बहुत बड़ा अविश्वसनीय बात थी। और यह बात गुल्येल्मो मार्कोनी के आविष्कार से पहले की हैं।

इस परीक्षण को देखने के बाद ही गुल्येल्मो मार्कोनी ने Radio का खोज किया और उसे बनाया।

गुल्येल्मो मार्कोनी ने Radio का पहला परीक्षण 1890 के वर्ष में किया था। हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि US patent records के अनुसार गुल्येल्मो मार्कोनी ने Radio का खोज 1896 में किया था।

इसी साल उन्हें Radio के आविष्कार के लिए अपना नाम दर्ज किया था। और फिर गुल्येल्मो मार्कोनी का आधिकारिक तौर से Radio का खोजकर्ता माना जाता हैं।

Radio signals कैसे बनती है ?

ऊपर हमने आपको Radio Ka Avishkar Kisne Kiya के बारे में बताया। अब जानते हैं, कि रेडियो सिग्नल कैसे बनते हैं ?

Radio signals :- Electric current के Flow करने से Radio frequency में परिवर्तन होता है और इसी से Radio signals बनते है।

यह electromagnetic wave एक विशिष्ट साधन Antenna द्वारा एक जगह से दूसरे जगह तक Flow करती है और इसी प्रकार से Radio signals होता है। Radio signals एक wave की तरह होता है।

इंडिया में Radio की शुरुआत कब हुई?

अगर हम इंडिया में Radio की शुरुआत की बात करे, तो इंडिया में सबसे पहले Radio की स्थापना मद्रास रेजीडेंसी में लगभग 1924 वे वर्ष में स्थापित हुआ था और लोग के द्वारा इसका निरंतर उपयोग 1926 वे वर्ष से किया गया था ।

फिर उसके बाद लगभग वर्ष 1924 में मुंबई में कई सारे मशहूर व्यापारियों द्वारा इसके लिए भारतीय प्रसार कंपनी की स्थापना की गई।

वर्ष 1932 से ले कर के वर्ष 1936 के बीच में अंग्रेजों की सरकार ने All Indian radio का आविष्कार किया। बाद मे एयर इंडिया ने Radio का नाम आकाशवाणी किया।

भारत देश में Radio से पहला समाचार Bulletin था और वह 19 Jan, 1936 वर्ष में मुंबई में प्रसारित किया गया था।

क्या आपको मालूम है, कि वर्त्तमान के समय में हमारे देश के पास लगभग 3300 से अधिक Bulletin प्रसारित है।

इंडिया में कुल कितने Radio Stations का निर्माण हुआ ?

अभी फिलहाल के हिसाब से इंडिया में कुल 226 Radio Stations की आकाशवाणी होती है।

Conclusion, निष्कर्ष

आशा करता हूं, कि आपको मेरा यह लेख अच्छे से समझ में आया होगा और आप जान चुके होंगे, कि रेडियो का आविष्कार किसने किया ( Radio Ka Avishkar Kisne Kiya ) और रेडियो क्या है और रेडियो की खोज कब की गई थी।

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