लाभ और हानि फार्मूला और ट्रिक उदाहरण सहित Profit and loss formula in Hindi
1 min readलाभ और हानि का फार्मूला हम छठवीं कक्षा से पढ़ते आ रहे हैं। यह हमारी व्यक्तिगत जिंदगी में आमतौर पर प्रयोग होने वाला concept है। इसीलिए आज का हमारा यह लेख profit and loss formula in Hindi पर आधारित है। इस लेख के माध्यम से हम लाभ और हानि के फार्मूला को आसान शब्दों में उदाहरणों के माध्यम से समझेंगे। तो चलिए लेख शुरू करते हैं:-
Profit, loss and discount
गणित के सवाल को आसानी से हल करने के लिए फार्मूला का प्रयोग किया जाता है। गणित का विषय प्राचीन काल से ही रोचक रहा है। जीरो की खोज भारत में ही आर्यभट्ट के द्वारा की गई है।
चलिए अब लाभ, हानि और बट्टा की बात करते हैं, यदि हम आसान शब्दों में समझें तो किसी भी बिजनेस मे लेनदेन को सरल और सुचारू बनाने के लिए कुछ सरल और विशेष सूत्रों का प्रयोग किया जाता है, जैसे:- क्रय मूल्य, विक्रय मूल्य, लाभ, हानि और बट्टा इत्यादि।
क्रय मूल्य cost price
जिस रेट पर किसी वस्तु को खरीदा जाता है वह उस वस्तु का क्रय मूल्य कहलाता है।
क्रय मूल्य निकालने का फार्मूला
- क्रय मूल्य = विक्रय मूल्य – लाभ
- क्रय मूल्य = loss + selling price
- क्रय मूल्य = selling price × ( 1 + profit /100)
- क्रय मूल्य= (selling price × 100) / 100 + profit in %
- क्रय मूल्य= ( विक्रय मूल्य × 100) /100 + हानि in %
विक्रय मूल्य selling price
कोई भी वस्तु जिस भी rate पर बेची जाती है, वह उस वस्तु का विक्रय मूल्य कहलाता है।
विक्रय मूल्य निकालने का सूत्र
- विक्रय मूल्य = क्रय मूल्य – हानि
- विक्रय मूल्य = लाभ + क्रय मूल्य
- विक्रय मूल्य = क्रय मूल्य ( 1 + लाभ/100)
- विक्रय मूल्य = क्रय मूल्य ( 1 – हानि/100)
- विक्रय मूल्य = अंकित मूल्य – बट्टा
- विक्रय मूल्य = अंकित मूल्य ( 1 + बट्टा( in %) /100)
लाभ क्या होता है?
आइए अब जानते हैं कि लाभ क्या होता है। जब किसी वस्तु का विक्रय मूल्य, उसके क्रय मूल्य से अधिक हो तो उस स्थिति में लाभ होता है।
लाभ निकालने का फार्मूला
लाभ = विक्रय मूल्य – क्रय मूल्य
लाभ% = (लाभ × 100) / क्रय मूल्य
आइए इसे उदाहरण की मदद से समझते हैं:-
जैसे आपने कोई पेन ₹7 का खरीदा है और उसे ₹10 में बेचा है, तो इस स्थिति में आपका पेन बेचने का मूल्य, आपके पेन खरीदने के मूल्य से ज्यादा है। इस लेनदेन को करने के बाद आपको ₹3 का लाभ हुआ है।
हानि किसे कहते हैं?
जब किसी वस्तु का विक्रय मूल्य, उसके क्रय मूल्य से कम हो, तो उस स्थिति को हानि कहते हैं।
हानि निकालने का फार्मूला
हानि = विक्रय मूल्य – क्रय मूल्य
हानि% = (हानि × 100) / क्रय मूल्य
आइए इसे उदाहरण के मदद से समझते हैं। यदि कोई पेंट आप ₹10 में खरीदते हो और उसे ₹8 में बेचते हो तो उस स्थिति में आपको ₹2 की हानि होगी क्योंकि यहां पर आपके बेचने का मूल्य, आपके खरीदने के मूल्य से कम है।
बट्टा किसे कहते हैं?
जो रेट किसी वस्तु पर अंकित होता है, उस रेट पर दी जाने वाली छूट, बट्टा यानी डिस्काउंट कहलाती है।
जैसे:- ₹499 की sofa cover पर 20% की छुट।
₹ 3999 की fan पर 10% की छुट।
बट्टा निकालने का फार्मूला
- बट्टा = अंकित मूल्य – विक्रय मूल्य
- विक्रय मूल्य = अंकित मूल्य – बट्टा
- बट्टा% मे = बट्टा × 100/ अंकित मूल्य
Market price
किसी वस्तु का market prize वह होता है, जो उस वस्तु पर पहले से ही अंकित किया गया हो।
अंकित मूल्य का फॉर्मूला
- अंकित मूल्य = विक्रय मूल्य + बट्टा
Important profit and loss in Hindi
- यदि किसी वस्तु का क्रय मूल्य ( buying rate) ₹x हो और उस वस्तु पर y प्रतिशत लाभ प्राप्त हुआ हो, तो उसके लिए विक्रय मूल्य का निम्नलिखित फार्मूला होगा:-
विक्रय मूल्य = (100 + y / 100) × x
- यदि किसी वस्तु को ₹x में बेचने पर उस वस्तु पर लाy% की हानि हो, तो उस वस्तु का क्रय मूल्य निम्न होगा:-
क्रय मूल्य = (100 / 100 – y) × x
- अगर दो अलग-अलग वस्तुओं का विक्रय मूल्य समान हो और एक वस्तु को बेचने पर x% लाभ तथा दूसरे को y प्रतिशत हानि हो जाए, तो उस वस्तु का हानि के लिए निम्न फार्मूला होता है:-
हानि% = x 2/ 100
Profit and loss के example
Q- राहुल ने एक पुरानी कूलर 8200 रुपए में खरीदी। ₹700 उसकी मरम्मत पर खर्च किए और उस कूलर को 7500 में बेच दिया। राहुल को कुलर में कितना घाटा हुआ?
Solution- पुरानी कूलर का क्रय मूल्य = 8200
मरम्मत का खर्च = 700
Cooler का कुल rate = 8900
Cooler का विक्रय मूल्य = 7500
हानि = विक्रय मूल्य – क्रय मूल्य
हानि = 7500 – 8900
हानि = 1400
कैलकुलेशन के आधार पर राहुल को 1400 रुपए का घाटा हुआ।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने profit and loss formula in Hindi के बारे में जाना है। आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और फैमिली के साथ भी जरूर साझा करें। इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताएं।