मराठी भाषा की लिपि क्या है ? Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai

Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai

Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai

आज के इस आर्टिकल में हम मराठी भाषा की लिपि क्या हैं ? के बारे में जानने वाले है।

दोस्तों, आप लोग मराठी भाषा से तो वाक़िफ़ होंगे और हो सकता है, कि मराठी भाषा बोलते भी होंगे।

मगर क्या आपको मालूम है, कि मराठी भाषा की लिपि क्या है और मराठी भाषा कहां कहां पर बोली जाती है ?

अगर आपका जवाब ना है और आप इन सब के बारे में नहीं जानते हैं, तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहिए, क्योंकि इस आर्टिकल में हम इसी पर विचार विमर्श करेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।

Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai | मराठी भाषा की लिपि क्या है ?

हिंदी भाषा की तरह ” देवनागरी लिपि ” ही मराठी भाषा की लिपि है। ऐसा माना जाता है, मराठी भाषा देवनागरी लिपि से उत्पन्न हुई है और मराठी भाषा को देवनागरी लिपि में लिखी जाती है।

ऐसा माना जाता है, कि मराठी लिपि का इतिहास मराठों के साम्राज्य से जुड़ा हुआ है और यह अत्यंत पुराना भाषा है।

अगर इतिहास के दृष्टि से देखा जाए, तो संस्कृत भाषा को हर भाषा का जन्म दाता माना जाता है। और इतिहासकारों के हिसाब से अधिकांश भाषा का जन्म संस्कृत भाषा में से ही हुआ है और अधिकांश भाषा इस से मिलते जुलते है।

ऐसा माना गया है, कि मराठी भाषा हिंद यूरोपीय की उप-भाषा यानी, कि हिंद ईरानी की उप-भाषा हिंद आर्य से संबंधित है।

मराठी भाषा महाराष्ट्र समेत मराठी साम्राज्य में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा थी, और मराठी भाषा इतना ही नहीं, बल्कि यह महाराष्ट्र समेत कई राज्यों की राजभाषा भी कहलाया करती थी।

महाराष्ट्र में अधिकतर लोग मराठी भाषा का इस्तेमाल कर के एक दूसरे से बात किया करते है।

मगर इस मराठी भाषा का वर्चस्व पहले जैसा अब नहीं रहा है, जिस तरह से पहले इसका उपयोग किया जाता था, उस तरीके से अब इसका उपयोग नहीं किया जाता है।

दिनों पर दिन इसके बोलने वाले लोग अब घटते गए और यह एक राज्य और एक क्षेत्र तक ही सीमित रह गया है।

देवनागरी लिपि क्या है ? Devanagari Lipi Kya Hai

देवनागरी लिपि एक भारतीय लिपि है और इसका इतिहास भारत से जुड़ा हुआ है और यह अत्यंत पुरानी लिपि है, देवनागरी लिपि से अनेक भाषाओं का जन्म हुआ है और इसका उपयोग कर के अनेक भाषाएं लिखी जाती है।

हिंदी भाषा जो भारत मे काफी प्रमुख है, उसे भी देवनागरी लिपि में लिखा जाता है, इसकी लिखावट बाएं से दायें होती है।

इसकी पहचान  क्षैतिज रेखा है, जो किसी भी शब्द के ऊपर शिरोरेखा को दर्शाता हैं।

लिपि दक्षिण एशिया के लगभग 175 से ज्यादा भाषाओं को लिखने के लिए उपयोग हो रही है, आप इसी से इसका इतिहास और प्रमुखता का पता लगा सकते है।

कुछ इतिहासकारों का मानना है, कि ब्राह्मी लिपि से से ही देवनागरी लिपि का विकास हुआ है। देवनागरी लिपि हमारे इतिहास के साथ साथ संस्कृति से भी जुड़ा हुआ है।

ऐसा माना जाता है, कि यह एक ध्वन्यात्मक लिपि है, जो रोमन, अरबी, चीनी, आदि जैसे लिपियों में प्रचलित और सबसे वैज्ञानिक है।

भारत में कई लिपियाँ ऐसी है, जिनका जन्म देवनागरी लिपि हुवा और वह देवनागरी लिपि से बहुत मिलती जुलती भी है। जैसे : गुजराती, बंगाली,  गुरुमुखी, और इत्यादि कई सारे ।

मराठी भाषा का इतिहास History Of Marathi language in Hindi

ऊपर हमने जाना, कि Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai और देवनागरी लिपि क्या है ? अब हम जानेंगे, कि आखिर मराठी भाषा का इतिहास क्या रहा है ? तो चलिए शुरू करते हैं।

कुछ इतिहासकारों का मानना है, कि मराठी भाषा की शुरूआत पश्चिम भारत से हुई थी और मराठी भाषा वही की बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है।

यह महाराष्ट्र की राजकीय भाषा मराठी भाषा को माना जाता है। खास तौर पर मराठी भाषा महाराष्ट्र के अतिरिक्त गोवा में भी लगभग सभी लोगो द्वारा  बोली जाती है।

मातृ भाषाओं की संख्या के हिसाब से मराठी भाषा पूरे दुनिया में 15वें स्थान पर आती है और भारत में सबसे ज्यादा बोले जाने वाले भाषाओं में से चौथे स्थान पर आती है।

कुछ आंकड़ों के हिसाब से मराठी बोलने वालों की कुल संख्या लगभग 9 से 10 करोड़ के आस पास है। माना जाता है, कि मराठी भाषा 900 से 950 ईस्वी से प्रचलन में है, और यह भी हिंदी के सामान्य संस्कृत और ऐतिहासिक आधारित भाषा है।

तकरीबन 1966 में मराठी भाषा को महाराष्ट्र राज्य की राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया गया था, क्योंकि उस समय पे पूरे महाराष्ट्र में मराठी भाषा ही गूंजा करती थी । मराठी भाषा बोलने का मानक रूप खास तौर पर पुणे शहर की माना जाता है।

जब मुगल साम्राज्य के बाद मराठा साम्राज्य पूरे भारत में चरम सीमा पर था तब मराठी भाषा पूरी तरह से विकसित हुई थी और इसका विस्तार काफी तेजी से हुआ था।

मगर धीरे-धीरे लोग अपने संस्कृति को अपनाने लगे और अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से अलग-अलग भाषाएं बोले जाने लगी और फिर धीरे-धीरे मराठी भाषा का परचम भी गिरता गया। तो दोस्तों कुछ इस प्रकार से ही मराठी भाषा का इतिहास रहा है।

अंतिम शब्द :

उम्मीद करता हूं, कि आप को मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको मराठी भाषा की लिपि क्या हैं के बारे में बताने की कोशिश की है।

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