महावीर का जन्म कहां हुआ था ? Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha

Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha

Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha

आज के इस आर्टिकल में हम महावीर का जन्म कहां हुआ था ? के बारे में जानने वाले है।

आपने कभी ना कभी तो भगवान महावीर का नाम अवश्य सुना होगा, मगर क्या आपको मालूम है, कि भगवान महावीर का जन्म कहां हुआ था ? अगर आपका जवाब ना है।

तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहिए, क्योंकि इस लेख में हम महावीर जी से जुड़ी नई जानकारी प्राप्त करने वाले हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।

महावीर का जन्म कहां हुआ था ? Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha

वैशाली के नजदीक कुंडग्राम नामक जगह पर महावीर जी का जन्म हुवा था। कुछ इतिहासकारों का मानना है, कि महावीर जी का जन्म फिलहाल के समय से लगभग ढाई हजार पहले हुआ था।

ऐसा भी माना गया है, कि इनके माता-पिता ने इनका प्रथम नाम वृद्धमान रखा था, जो आगे चलकर के बाद में स्वामी महावीर पड़ा था।

कई सारे लोग भगवान महावीर को  अलग-अलग नामों से जानते है। जैसे कि :-  वृद्धमान, वीर, अतिवीर, सन्मति, और इत्यादि ।

महावीर कौन थे ? Mahaveer Kaun The ?

महावीर जी को जैन धर्म में भगवान का दर्जा मिला है और इन्हें जैन धर्म के लोग भगवान की तरह पूजते हैं। कुछ इतिहासकारों और ऐतिहासिक पौराणिक ग्रंथों के हिसाब से महावीर जी को जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान माना जाता है।

महावीर जी अपने जीवन में काफी बड़े-बड़े तपस्या किए थे और बड़े-बड़े त्याग भी किए हैं।

ऐसा माना जाता है, कि यह जैन धर्म के लिए बड़े ही महत्वपूर्ण भगवान साबित हुए थे, उनका इतिहास तकरीबन 500 ईस्वी से शुरू हुआ था ।

हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि  भगवान महावीर का जन्म दिवस चैत्र माह में शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है।

ऐसा भी माना जाता है, कि भगवान महावीर जी ने दुनिया को सत्य अहिंसा से जुड़ी कई बातों को बताया और उनसे रूबरू कराया।

भगवान महावीर जी के नाम से जैन धर्म में एक पर्व भी मनाया जाता है और उस पर्व का नाम महावीर जयंती है।

लोग बड़ी उत्सुकता और हर्ष उल्लास के साथ इस पर्व को मनाते हैं। जैन मंदिरों में महावीर जयंती के दिन भगवान ” महावीर ” की मूर्तियों का अभिषेक किया जाता है।

इसके बाद मूर्ति को एक बड़े घोड़े के रथ पर बिठा कर के जुलूस निकाला जाता है। महावीर जयंती के दिन इस पावन यात्रा में जैन धर्म के अनुयायी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

महावीर जी का जीवन परिचय – ( Mahaveer Biography in Hindi )

ऊपर हमने जाना, कि Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha और यह भी जाना कि महावीर जी कौन है। अब हम इस टॉपिक में महावीर जी से जुड़ी कुछ और जानकारियां प्राप्त करेंगे और उनके जीवन के बारे में जानेंगे।

Mahaveer Biography In Hindi

महावीर जी का बचपन का नाम ” वृद्धमान ” है यह नाम इनके माता – पिता ने रखा था। ऐसा माना जाता है, कि इनका जन्म 520 ईस्वी से ले कर के 599 ईस्वी के बीच मे हुवा था।

महावीर जी के पिता का नाम राजा सिद्धार्थ था और इनके माता जी का नाम त्रिशाला था। इनके दो भाई भी थे, जिनका नाम नंदीवर्धना, सुदर्शना था।

इनका इतिहास तकरीबन ढाई हजार साल पुराना है और इसी के वजह से उनका इतिहास इतने अच्छे तरह से अभी नहीं उभर पाया है, इनकी बहुत सी ऐसी महत्वपूर्ण थी, जिन्हें अभी इतिहास के पनो पर नहीं दर्शाया गया है।

इतिहास स्पष्ट ना होने की वजह से कुछ लोगों का ऐसा मानना है, कि उनकी एक और पत्नी भी थी, जिनका नाम ” यशोदा ”  था।

लेकिन ऐतिहासिक चीजों के आधार पर ऐसा माना जाता है, कि इनकी कोई पत्नी नहीं थी। वह अपने जीवन को नई नई चीजें सीखने में समर्पित कर चुके थे और वह ध्यान में लीन रहा करते थे।

जब भगवान महावीर जी 8 साल के हुए तब उन्हें शिक्षा देने, धनुष, बाण, आदि चलाने सीखने के लिए शिल्पशाला भेजे गए थे।

आपको जान कर के हैरानी होगा, कि महज 30 वर्ष की उम्र में भगवान महावीर जी ने अपने घर को त्याग दिया था और वह अपने घर से एक लंगोटा तक अपने साथ नही ले गए थे।

इन्होंने अपने जीवन को भगवान के चरणों मे समर्पित कर दिया था और दिन रात तपस्या किया करते थे। तो कुछ इस प्रकार से भगवान महावीर जी का जीवन परिचय है।

महावीर जी की मृत्यु

ऊपर हमने Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha के बारे में जाना, अब हम महावीर जी की मृत्यु के बारे में जानेंगे।

इतिहासकारों का ऐसा मानना है, कि महावीर जी की मृत्यु 70 वर्ष की आयु में ही हो गयी थी। उनका जीवनकाल काफी अच्छा रहा था, उन्होंने अपने जीवन काल में काफी अच्छे अच्छे काम किए और अपना नाम इस हद तक रोशन किया कि आज उन्हें जैन धर्म के लोग भगवान मानते हैं।

महावीर स्वामी को ज्ञान की प्राप्ति कहां हुई थी ?

इस बात को कंठस्ट रूप से बताना मुश्किल है, कि महावीर स्वामी ने अपना ज्ञान कहां से लिया, क्योंकि महावीर जी 8 वर्ष की आयु से ही नए-नए चीजें सीखने पर ज्यादा ध्यान दिया करते थे।

मगर ऐसा माना जाता है, कि उन्होंने अपनी शिक्षा 12 साल की कठोर तपस्या के बाद पूरा की थी।

अंतिम शब्द :

उम्मीद करता हूं, कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख की मदद से Mahaveer Ka Janm Kahan Hua Tha के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको महावीर जी के बारे में बताने की कोशिश की है।

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