जिलेटिन एक महत्वपूर्ण प्रोटीन उत्पाद है। इसमें कई सारे अमीनो एसिड पाए जाते हैं। जिसका उपयोग कई सारी वस्तुएँ बनाने में किया जाता है।
इसके महत्वता तथा उपयोगिता को देखकर इसके बारे में जानना आवश्यक है, क्योंकि पशु के हड्डी, त्वचा तथा अन्य भागों में जिलेटिन पाया जाता है।
आज हम इस लेख में आपको जिलेटिन क्या है, जिलेटिन पाउडर बनाने की विधि, जिलेटिन के फायदे तथा Gelatin Powder In Hindi भी बताएँगे।
यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा। आपको लगभग जिलेटिन से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त होंगी, तो आइए शुरू करते हैं।
जिलेटिन क्या है ? Gelatin Powder In Hindi
Gelatin एक प्रकार का प्रोटीन है, जो पशु उत्पादों से प्राप्त होता है। इसका उपयोग हम भोजन के कई तरह के व्यंजनों में करते हैं।
इसी के साथ इसके माध्यम से डायबिटीज़ तथा एड्स जैसी गंभीर बीमारियों के नियंत्रण में इसका उपयोग किया जाता है।
यदि जिलेटिन ना हो तो हमारे शरीर में कई सारी बीमारियां उत्पन्न हो जाएंगी। इसी के साथ हड्डियों से संबंधित घनत्व में कमी आ जाएंगी।
इसमें कई सारे एमिनो एसिड पाए जाते हैं तथा इसमें नाइट्रोजन, कार्बन तथा ऑक्सीजन का मिश्रण एमिनो एसिड का निर्माण करते हैं।
इन्हीं अमीनो एसिड से जिलेटिन का निर्माण होता है। यह एक रासायनिक पदार्थ है, जो प्रकृति में प्राकृतिक रूप से भी पाया जाता है।
मनुष्य इसकी उपयोगिता तथा आवश्यकता के अनुसार जिलेटिन को कृत्रिम रूप से भी बनाता है।
जिलेटिन के प्रकार Types Of Gelatin
इसके रासायनिक संरचना तथा संगठन के आधार पर निम्नलिखित प्रकार है :-
- Food-grade Gelatin ( Gelling )
- Hydrolysed Gelatin ( Non-Gelling )
जिलेटिन पाउडर क्या है ? ( Gelatin Powder In Hindi )
बहुत सारे एमिनो एसिड मिलकर जिलेटिन का निर्माण करते हैं तथा इन्हें सुखाकर एक पाउडर के रूप में एकत्रित कर लिया जाता है, जिसे जिलेटिन पाउडर कहा जाता है।
यदि Gelatin powder को सरल भाषा में कहा जाए, तो यह एक तरह का प्रोटीन पाउडर होता है, जो पशुओं के नाखून, त्वचा, टिशू और हड्डियों में पाए जाने वाले कोलेजन प्रोटीन से बनाया जाता है।
इसमें स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण चीजें पाई जाती है। यह त्वचा, Joint और हड्डियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका कार्य हड्डियों को मजबूत बनाना है।
यदि किसी मनुष्य को त्वचा या हड्डियों से संबंधित बीमारी है, तो उसे जिलेटिन पाउडर दिया जाता है।
इसमें बहुत सारे Chemical पाए जाते हैं, मुख्य रूप से एमिनो एसिड का मिश्रण होता है।
जिलेटिन पाउडर कैसे बनता है ? How To Make Gelatin Powder In Hindi
Gelatin powder को बनाने के लिए ज्यादा मेहनत की आवश्यकता नहीं होती है। इसे आसानी से बनाया जा सकता है। यदि आप इस प्रक्रिया को जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए Steps फॉलो करने होंगे, जो इस प्रकार है :-
1. पशुओं के मांस को काटना :- पाउडर बनाने के लिए सबसे पहले पशुओं के सड़े हुए मांस को बाहर निकाल दिया जाता है तथा बचे हुए मांस के टुकड़े काट लिए जाते है।
इन टुकड़ों की लंबाई 12 से 13 सेंटीमीटर होनी चाहिए। जिलेटिन पाउडर की गुणवत्ता मांस पर निर्भर करती है।
2. मांस के टुकड़ों की सफाई :- इन छोटे-छोटे कटे हुए टुकड़ों को साफ करना पड़ता है। इसके लिए हमें उच्च दाब वाले पानी के दबाव को Spray के माध्यम से मास पर डाला जाता है।
जिससे जितने भी गंदे पदार्थ तथा अनावश्यक पदार्थ लगे होते हैं, वह निकल जाते हैं।
3. वसा को कम करना :- हम सब जानते हैं, कि मांस के टुकड़ों में वसा पाया जाता है। यदि वसा की अधिक मात्रा होती है, तो जिलेटिन पाउडर की गुणवत्ता कम हो जाती है, इसलिए वसा की मात्रा कम करनी चाहिए।
वसा की मात्रा को कम करने के लिए गर्म पानी से धोना चाहिए। मांस को गर्म पानी में डुबो कर रखें इसके बाद धीरे-धीरे वसा की मात्रा कम हो जाएंगी।
4. मांस को पकाना :- जब मांस को अच्छी तरह से धो लिया जाता है, तब उसे पकाने के लिए रख दिया जाता है परंतु पकाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि अधिक तापमान नहीं होना चाहिए अन्यथा माल की गुणवत्ता कम हो जाएंगी।
इसी के साथ मांस का जलना भी संभव है। इसे आपको लगभग एक घंटा पकाना होगा।
5. पके हुए मांस को एसिड में डालना :- यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, इसमें एसिड की मात्रा नियंत्रित होने चाहिए। पके हुए मांस को Hydrochloride Acid में डुबो कर रखना चाहिए।
इसे आप 5 दिन तक भिगो कर रखेंगे। इसी के बाद मांस को निकाल सकेंगे।
6. उबालने की प्रक्रिया :- इसके लिए उच्च तापमान वाले पानी में मांस के टुकड़े को डाल दिया जाता है। जिससे यह नरम हो जाते हैं तथा इसमें पाए जाने वाले रेशे अलग अलग हो जाते हैं।
7. जिलेटिन अलग करने की प्रक्रिया :- जब हम मांस को गर्म पानी में उबाल लेते हैं, तो इसमें जिलेटिन एक तरल रूप में ऊपर आ जाता है तथा अन्य ठोस मांस बर्तन के तल में जमा हो जाता है।
इसे अलग कर लिया जाता है तथा ऊपरी सतह से जिलेटिन को अलग कर लिया जाता है।
8. स्वाद का मिश्रण :- अलग-अलग कंपनी जिलेटिन में अपने अनुसार रंग तथा स्वाद डाल देती है।
9. उच्च दबाव :- रंग तथा स्वाद डालने के बाद इसे उच्च दबाव के साथ एक खाली बर्तन में फव्वारे के रूप में डाला जाता है।
इसका तापमान सामान्य तापमान से कुछ अधिक होता है। जिससे जिलेटिन के छोटे-छोटे कण इकट्ठा हो जाते हैं। इस तरह से यह पाउडर का रूप धारण कर लेता है।
जिलेटिन पाउडर शाकाहारी है या मांसाहारी ?
इसका उत्तर बड़ा ही आसान है, क्योंकि Gelatin powder शाकाहारी तथा मांसाहारी चीजों से बनाया जाता है अर्थात हम पेड़ पौधों, सब्जी, फल आदि से भी जिलेटिन पाउडर बना सकते हैं तथा पशुओं के मांस, हड्डी तथा अन्य सामग्रियों से भी जिलेटिन पाउडर बना सकते हैं।
इसलिए हम यह कह सकते हैं, कि यह शाकाहारी तथा मांसाहारी दोनों प्रकार का पाउडर होता है।
जिलेटिन पाउडर के फायदे Uses Of Gelatin Powder In Hindi
- वैसे तो जिलेटिन पाउडर के बहुत सारे उपयोग है, इनमें से प्रमुख त्वचा से संबंधित परेशानियों को इसका इस्तेमाल करके कम किया जा सकता है।
- यदि आपके बाल झड़ रहे हैं, तो आप जिलेटिन पाउडर का इस्तेमाल करके उन्हें मजबूत कर सकते हैं।
- यदि नाखून से संबंधित समस्या है, तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं।
- माँसपेशियों से संबंधित कोई समस्या है, तो तब भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
- यह कब्ज को दूर करता है।
- पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है।
- घुटनों तथा जोड़ों के दर्द को कम करता है।
- कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है।
- जब हम व्यायाम करते हैं, तो हमारे शरीर को मजबूत बनाने में मदद करता है।
- डायबिटीज़ तथा एड्स से संबंधित बीमारी को दूर करने में मदद करता है।
- यह मोटापे को भी नियंत्रित करता है।
- शरीर में रक्त की स्थिरता को बनाए रखता है।
Conclusion :-
आशा करता हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट होंगे। इस लेख का उद्देश्य जिलेटिन पाउडर ( Gelatin Powder In Hindi ) के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करना है।
ताकि सभी लोग इस महत्वपूर्ण वस्तु के बारे में जान सके तथा इसकी महत्वता तथा उपयोगिता का उपयोग करके अपनी बीमारियों को दूर कर सकें।
हमने इस लेख में आपको जिलेटिन पाउडर के बारे में लगभग समस्त जानकारी प्रदान करती है। इस जानकारी को अपने परिवार तथा दोस्तों से अवश्य साझा करें।